महाभारतम् — 10.12.8
Original
Segmented
परम-आपद्-गतेन अपि न स्म तात त्वया रणे इदम् अस्त्रम् प्रयोक्तव्यम् मानुषेषु विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परम | परम | pos=a,comp=y |
आपद् | आपद् | pos=n,comp=y |
गतेन | गम् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रयोक्तव्यम् | प्रयुज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
मानुषेषु | मानुष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |