महाभारतम् — 1.99.44
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच समागमनम् आकाङ्क्षन्न् इति सो ऽन्तर्हितो मुनिः ततो ऽभिगम्य सा देवी स्नुषाम् रहसि संगताम् धर्म्यम् अर्थ-समायुक्तम् उवाच वचनम् हितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
समागमनम् | समागमन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आकाङ्क्षन्न् | आकाङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इति | इति | pos=i |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्तर्हितो | अन्तर्धा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽभिगम्य | अभिगम् | pos=vi |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
देवी | देवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्नुषाम् | स्नुषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रहसि | रहस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
संगताम् | संगम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
धर्म्यम् | धर्म्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
समायुक्तम् | समायुज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |