Original

वैशंपायन उवाच ।ततो विवाहे निर्वृत्ते स राजा शंतनुर्नृपः ।तां कन्यां रूपसंपन्नां स्वगृहे संन्यवेशयत् ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच ततो विवाहे निर्वृत्ते स राजा शंतनुः नृपः ताम् कन्याम् रूप-सम्पन्नाम् स्व-गृहे संन्यवेशयत्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
ततो ततस् pos=i
विवाहे विवाह pos=n,g=m,c=7,n=s
निर्वृत्ते निर्वृत् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
शंतनुः शंतनु pos=n,g=m,c=1,n=s
नृपः नृप pos=n,g=m,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
कन्याम् कन्या pos=n,g=f,c=2,n=s
रूप रूप pos=n,comp=y
सम्पन्नाम् सम्पद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
स्व स्व pos=a,comp=y
गृहे गृह pos=n,g=m,c=7,n=s
संन्यवेशयत् संनिवेशय् pos=v,p=3,n=s,l=lan