Original

प्रतीप उवाच ।नाहं परस्त्रियं कामाद्गच्छेयं वरवर्णिनि ।न चासवर्णां कल्याणि धर्म्यं तद्विद्धि मे व्रतम् ॥ ६ ॥

Segmented

प्रतीप उवाच न अहम् पर-स्त्रियम् कामाद् गच्छेयम् वरवर्णिनि न च असवर्णाम् कल्याणि धर्म्यम् तद् विद्धि मे व्रतम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रतीप प्रतीप pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
पर पर pos=n,comp=y
स्त्रियम् स्त्री pos=n,g=f,c=2,n=s
कामाद् काम pos=n,g=m,c=5,n=s
गच्छेयम् गम् pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin
वरवर्णिनि वरवर्णिनी pos=n,g=f,c=8,n=s
pos=i
pos=i
असवर्णाम् असवर्ण pos=a,g=f,c=2,n=s
कल्याणि कल्याण pos=a,g=f,c=8,n=s
धर्म्यम् धर्म्य pos=a,g=n,c=2,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
व्रतम् व्रत pos=n,g=n,c=2,n=s