Original

दिव्यरूपा हि सा देवी गङ्गा त्रिपथगा नदी ।मानुषं विग्रहं श्रीमत्कृत्वा सा वरवर्णिनी ॥ ३९ ॥

Segmented

दिव्य-रूपा हि सा देवी गङ्गा त्रिपथगा नदी मानुषम् विग्रहम् श्रीमत् कृत्वा सा वरवर्णिनी

Analysis

Word Lemma Parse
दिव्य दिव्य pos=a,comp=y
रूपा रूप pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
देवी देवी pos=n,g=f,c=1,n=s
गङ्गा गङ्गा pos=n,g=f,c=1,n=s
त्रिपथगा त्रिपथगा pos=n,g=f,c=1,n=s
नदी नदी pos=n,g=f,c=1,n=s
मानुषम् मानुष pos=a,g=m,c=2,n=s
विग्रहम् विग्रह pos=n,g=m,c=2,n=s
श्रीमत् श्रीमत् pos=a,g=n,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
वरवर्णिनी वरवर्णिनी pos=n,g=f,c=1,n=s