महाभारतम् — 1.84.12
Original
Segmented
अष्टक उवाच ये ये लोकाः पार्थिव-इन्द्र प्रधानास् त्वया भुक्ता यम् च कालम् यथा च तन् मे राजन् ब्रूहि सर्वम् यथावत् क्षेत्रज्ञ-वत् भाषसे त्वम् हि धर्मान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अष्टक | अष्टक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रधानास् | प्रधान | pos=a,g=m,c=1,n=p |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
भुक्ता | भुज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
च | च | pos=i |
तन् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यथावत् | यथावत् | pos=i |
क्षेत्रज्ञ | क्षेत्रज्ञ | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
भाषसे | भाष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |