महाभारतम् — 1.83.5
Original
Segmented
इन्द्र उवाच सताम् सकाशे पतितासि राजन् च्युतः प्रतिष्ठाम् यत्र लब्धासि भूयः एवम् विदित्वा तु पुनः ययाते न ते ऽवमान्याः सदृशः श्रेयसः च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सताम् | अस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
सकाशे | सकाश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पतितासि | पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
च्युतः | च्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रतिष्ठाम् | प्रतिष्ठा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
लब्धासि | लभ् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
भूयः | भूयस् | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
ययाते | ययाति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽवमान्याः | अवमन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
सदृशः | सदृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रेयसः | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |