महाभारतम् — 1.83.3
Original
Segmented
इन्द्र उवाच यदा अवमंस्थाः सदृशः श्रेयसः च पापीयस् च अविदित-प्रभावः तस्मात् लोकाः अन्तवन्तः ते इमे क्षीणे पुण्ये पतितासि अद्य राजन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यदा | यदा | pos=i |
अवमंस्थाः | अवमन् | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |
सदृशः | सदृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रेयसः | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पापीयस् | पापीयस् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अविदित | अविदित | pos=a,comp=y |
प्रभावः | प्रभाव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अन्तवन्तः | अन्तवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षीणे | क्षि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
पुण्ये | पुण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पतितासि | पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
अद्य | अद्य | pos=i |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |