महाभारतम् — 1.81.6
Original
Segmented
जनमेजय उवाच कर्मणा केन स दिवम् पुनः प्राप्तो महीपतिः सर्वम् एतद् अशेषेण श्रोतुम् इच्छामि तत्त्वतः कथ्यमानम् त्वया विप्र विप्र-ऋषि-गण-संनिधौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
केन | क | pos=n,g=n,c=3,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दिवम् | दिव् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
महीपतिः | महीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अशेषेण | अशेष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कथ्यमानम् | कथय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
गण | गण | pos=n,comp=y |
संनिधौ | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |