महाभारतम् — 1.78.38
Original
Segmented
शुक्र उवाच न अहम् मृषा ब्रवीमि एतत् जराम् प्राप्तो ऽसि भूमिप जराम् तु एताम् त्वम् अन्यस्मै संक्रामय यदि इच्छसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुक्र | शुक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मृषा | मृषा | pos=i |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जराम् | जरा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भूमिप | भूमिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जराम् | जरा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अन्यस्मै | अन्य | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संक्रामय | संक्रामय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यदि | यदि | pos=i |
इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |