Original

वैशंपायन उवाच ।श्रुत्वा कुमारं जातं तु देवयानी शुचिस्मिता ।चिन्तयामास दुःखार्ता शर्मिष्ठां प्रति भारत ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच श्रुत्वा कुमारम् जातम् तु देवयानी शुचि-स्मिता चिन्तयामास दुःख-आर्ता शर्मिष्ठाम् प्रति भारत

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
श्रुत्वा श्रु pos=vi
कुमारम् कुमार pos=n,g=m,c=2,n=s
जातम् जन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
तु तु pos=i
देवयानी देवयानी pos=n,g=f,c=1,n=s
शुचि शुचि pos=a,comp=y
स्मिता स्मित pos=n,g=f,c=1,n=s
चिन्तयामास चिन्तय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
दुःख दुःख pos=n,comp=y
आर्ता आर्त pos=a,g=f,c=1,n=s
शर्मिष्ठाम् शर्मिष्ठा pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रति प्रति pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s