महाभारतम् — 1.77.21
Original
Segmented
शर्मिष्ठा उवाच अधर्मात् त्राहि माम् राजन् धर्मम् च प्रतिपादय त्वत्तो ऽपत्यवती लोके चरेयम् धर्मम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शर्मिष्ठा | शर्मिष्ठा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अधर्मात् | अधर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
त्राहि | त्रा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
प्रतिपादय | प्रतिपादय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वत्तो | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऽपत्यवती | अपत्यवत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चरेयम् | चर् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |