महाभारतम् — 1.77.15
Original
Segmented
अब्रवीद् उशना काव्यो देवयानीम् यदा अवहम् न इयम् आह्वयितव्या ते शयने वार्षपर्वणी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
उशना | उशनस् | pos=n,g=,c=1,n=s |
काव्यो | काव्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवयानीम् | देवयानी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
अवहम् | वह् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
न | न | pos=i |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आह्वयितव्या | आह्वा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शयने | शयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वार्षपर्वणी | वार्षपर्वणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |