Original

देवयान्युवाच ।संसृष्टं ब्रह्मणा क्षत्रं क्षत्रं च ब्रह्मसंहितम् ।ऋषिश्च ऋषिपुत्रश्च नाहुषाङ्ग वहस्व माम् ॥ १८ ॥

Segmented

देवयानी उवाच संसृष्टम् ब्रह्मणा क्षत्रम् क्षत्रम् च ब्रह्म-संहितम् ऋषिः च ऋषि-पुत्रः च नाहुषैः अङ्ग वहस्व माम्

Analysis

Word Lemma Parse
देवयानी देवयानी pos=n,g=f,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
संसृष्टम् संसृज् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ब्रह्मणा ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
क्षत्रम् क्षत्र pos=n,g=n,c=1,n=s
क्षत्रम् क्षत्र pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
संहितम् संधा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ऋषिः ऋषि pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
पुत्रः पुत्र pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
नाहुषैः नाहुष pos=n,g=m,c=8,n=s
अङ्ग अङ्ग pos=i
वहस्व वह् pos=v,p=2,n=s,l=lot
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s