Original

वैशंपायन उवाच ।प्रतिश्रुते दासभावे दुहित्रा वृषपर्वणः ।देवयानी नृपश्रेष्ठ पितरं वाक्यमब्रवीत् ॥ २३ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच प्रतिश्रुते दास-भावे दुहित्रा वृषपर्वणः देवयानी नृप-श्रेष्ठ पितरम् वाक्यम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
प्रतिश्रुते प्रतिश्रु pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
दास दास pos=n,comp=y
भावे भाव pos=n,g=m,c=7,n=s
दुहित्रा दुहितृ pos=n,g=f,c=3,n=s
वृषपर्वणः वृषपर्वन् pos=n,g=m,c=6,n=s
देवयानी देवयानी pos=n,g=f,c=1,n=s
नृप नृप pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
पितरम् पितृ pos=n,g=m,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan