महाभारतम् — 1.74.12
Original
Segmented
वाग् दुरुक्तम् महा-घोरम् दुहितुः वृषपर्वणः न हि अतस् दुष्करतरम् मन्ये लोकेषु अपि त्रिषु यः सपत्न-श्रियम् दीप्ताम् हीन-श्रीः पर्युपासते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दुरुक्तम् | दुरुक्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
दुहितुः | दुहितृ | pos=n,g=f,c=6,n=s |
वृषपर्वणः | वृषपर्वन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अतस् | अतस् | pos=i |
दुष्करतरम् | दुष्करतर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सपत्न | सपत्न | pos=n,comp=y |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दीप्ताम् | दीप् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
श्रीः | श्री | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पर्युपासते | पर्युपास् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |