महाभारतम् — 1.74.1
Original
Segmented
शुक्र उवाच यः परेषाम् नरो नित्यम् अतिवादान् तितिक्षति देवयानि विजानीहि तेन सर्वम् इदम् जितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुक्र | शुक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परेषाम् | पर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
अतिवादान् | अतिवाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तितिक्षति | तितिक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
देवयानि | देवयानी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
विजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जितम् | जि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |