Original

एवं हि मे कथयति शर्मिष्ठा वार्षपर्वणी ।वचनं तीक्ष्णपरुषं क्रोधरक्तेक्षणा भृशम् ॥ ३१ ॥

Segmented

एवम् हि मे कथयति शर्मिष्ठा वार्षपर्वणी वचनम् तीक्ष्ण-परुषम् क्रोध-रक्त-ईक्षणा भृशम्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
हि हि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
कथयति कथय् pos=v,p=3,n=s,l=lat
शर्मिष्ठा शर्मिष्ठा pos=n,g=f,c=1,n=s
वार्षपर्वणी वार्षपर्वणी pos=n,g=f,c=1,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
परुषम् परुष pos=a,g=n,c=2,n=s
क्रोध क्रोध pos=n,comp=y
रक्त रक्त pos=a,comp=y
ईक्षणा ईक्षण pos=n,g=f,c=1,n=s
भृशम् भृशम् pos=i