महाभारतम् — 1.73.17
Original
Segmented
का त्वम् ताम्र-नखी श्यामा सुमृष्ट-मणि-कुण्डला दीर्घम् ध्यायसि च अत्यर्थम् कस्मात् श्वसिषि च आतुरा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ताम्र | ताम्र | pos=a,comp=y |
नखी | नख | pos=n,g=f,c=1,n=s |
श्यामा | श्यामा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सुमृष्ट | सुमृष्ट | pos=a,comp=y |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
कुण्डला | कुण्डल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दीर्घम् | दीर्घ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ध्यायसि | ध्या | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
कस्मात् | क | pos=n,g=n,c=5,n=s |
श्वसिषि | श्वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
आतुरा | आतुर | pos=a,g=f,c=1,n=s |