महाभारतम् — 1.71.52
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच सुरा-पानात् वञ्चनाम् प्रापयित्वा संज्ञा-नाशम् च एव तथा अति घोरम् दृष्ट्वा कचम् च अपि तथा अभिरूपम् पीतम् तदा सुरया मोहितेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सुरा | सुरा | pos=n,comp=y |
पानात् | पान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
वञ्चनाम् | वञ्चन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रापयित्वा | प्रापय् | pos=vi |
संज्ञा | संज्ञा | pos=n,comp=y |
नाशम् | नाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
अति | अति | pos=i |
घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
कचम् | कच | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
अभिरूपम् | अभिरूप | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पीतम् | पा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
सुरया | सुरा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
मोहितेन | मोहय् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |