Original

मैवं शुचो मा रुद देवयानि न त्वादृशी मर्त्यमनुप्रशोचेत् ।सुराश्च विश्वे च जगच्च सर्वमुपस्थितां वैकृतिमानमन्ति ॥ ३६ ॥

Segmented

मा एवम् शुचो मा रुद देवयानि न त्वादृशी मर्त्यम् अनु प्रशोचेत् सुराः च विश्वे च जगत् च सर्वम् उपस्थिताम् वैकृतिम् आनमन्ति

Analysis

Word Lemma Parse
मा मा pos=i
एवम् एवम् pos=i
शुचो शुच् pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
मा मा pos=i
रुद रुद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
देवयानि देवयानी pos=n,g=f,c=8,n=s
pos=i
त्वादृशी त्वादृश pos=a,g=f,c=1,n=s
मर्त्यम् मर्त्य pos=n,g=m,c=2,n=s
अनु अनु pos=i
प्रशोचेत् प्रशुच् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
सुराः सुर pos=n,g=m,c=1,n=p
pos=i
विश्वे विश्व pos=n,g=m,c=1,n=p
pos=i
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
उपस्थिताम् उपस्था pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
वैकृतिम् वैकृति pos=n,g=f,c=2,n=s
आनमन्ति आनम् pos=v,p=3,n=p,l=lat