Original

अङ्गादङ्गात्संभवसि हृदयादभिजायसे ।आत्मा वै पुत्रनामासि स जीव शरदः शतम् ॥ ६२ ॥

Segmented

अङ्गाद् अङ्गात् सम्भवसि हृदयाद् अभिजायसे आत्मा वै पुत्र-नामा असि स जीव शरदः शतम्

Analysis

Word Lemma Parse
अङ्गाद् अङ्ग pos=n,g=n,c=5,n=s
अङ्गात् अङ्ग pos=n,g=n,c=5,n=s
सम्भवसि सम्भू pos=v,p=2,n=s,l=lat
हृदयाद् हृदय pos=n,g=n,c=5,n=s
अभिजायसे अभिजन् pos=v,p=2,n=s,l=lat
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
पुत्र पुत्र pos=n,comp=y
नामा नामन् pos=n,g=m,c=1,n=s
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
जीव जीव् pos=v,p=2,n=s,l=lot
शरदः शरद् pos=n,g=f,c=2,n=p
शतम् शत pos=n,g=n,c=2,n=s