महाभारतम् — 1.68.42
Original
Segmented
सखायः प्रविविक्तेषु भवन्ति एताः प्रियंवदाः पितरो धर्म-कार्येषु भवन्ति आर्तस्य मातरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सखायः | सखि | pos=n,g=,c=1,n=p |
प्रविविक्तेषु | प्रविविक्त | pos=a,g=m,c=7,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
एताः | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
प्रियंवदाः | प्रियंवद | pos=a,g=f,c=1,n=p |
पितरो | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
कार्येषु | कार्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=s |
मातरः | मातृ | pos=n,g=f,c=1,n=p |