Original

संरम्भामर्षताम्राक्षी स्फुरमाणोष्ठसंपुटा ।कटाक्षैर्निर्दहन्तीव तिर्यग्राजानमैक्षत ॥ २१ ॥

Segmented

संरम्भ-अमर्ष-ताम्र-अक्षी स्फुरत्-उष्ठ-सम्पुटा कटाक्षैः निर्दह् इव तिर्यग् राजानम् ऐक्षत

Analysis

Word Lemma Parse
संरम्भ संरम्भ pos=n,comp=y
अमर्ष अमर्ष pos=n,comp=y
ताम्र ताम्र pos=a,comp=y
अक्षी अक्ष pos=a,g=f,c=1,n=s
स्फुरत् स्फुर् pos=va,comp=y,f=part
उष्ठ उष्ठ pos=n,comp=y
सम्पुटा सम्पुट pos=n,g=f,c=1,n=s
कटाक्षैः कटाक्ष pos=n,g=m,c=3,n=p
निर्दह् निर्दह् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
तिर्यग् तिर्यञ्च् pos=a,g=n,c=2,n=s
राजानम् राजन् pos=n,g=m,c=2,n=s
ऐक्षत ईक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lan