Original

क्षत्रियस्य हि गान्धर्वो विवाहः श्रेष्ठ उच्यते ।सकामायाः सकामेन निर्मन्त्रो रहसि स्मृतः ॥ २६ ॥

Segmented

क्षत्रियस्य हि गान्धर्वो विवाहः श्रेष्ठ उच्यते स कामायाः स कामेन निर्मन्त्रो रहसि स्मृतः

Analysis

Word Lemma Parse
क्षत्रियस्य क्षत्रिय pos=n,g=m,c=6,n=s
हि हि pos=i
गान्धर्वो गान्धर्व pos=a,g=m,c=1,n=s
विवाहः विवाह pos=n,g=m,c=1,n=s
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=1,n=s
उच्यते वच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
pos=i
कामायाः काम pos=n,g=f,c=6,n=s
pos=i
कामेन काम pos=n,g=m,c=3,n=s
निर्मन्त्रो निर्मन्त्र pos=a,g=m,c=1,n=s
रहसि रहस् pos=n,g=n,c=7,n=s
स्मृतः स्मृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part