Original

युवराजो महाराज सत्यमेतद्ब्रवीहि मे ।यद्येतदेवं दुःषन्त अस्तु मे संगमस्त्वया ॥ १७ ॥

Segmented

युवराजो महा-राज सत्यम् एतद् ब्रवीहि मे यदि एतत् एवम् दुःषन्त अस्तु मे सङ्गमः त्वया

Analysis

Word Lemma Parse
युवराजो युवराज pos=n,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
सत्यम् सत्य pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
यदि यदि pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
एवम् एवम् pos=i
दुःषन्त दुःषन्त pos=n,g=m,c=8,n=s
अस्तु अस् pos=v,p=3,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सङ्गमः संगम pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s