महाभारतम् — 1.65.42
Original
Segmented
वनात् च वायुः सुरभिः प्रवायेत् तस्मिन् काले तम् ऋषिम् लोभयन्त्याः तथा इति उक्त्वा विहिते च एव तस्मिन् ततस् ययौ सा आश्रमम् कौशिकस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वनात् | वन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुरभिः | सुरभि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रवायेत् | प्रवा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोभयन्त्याः | लोभय् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
विहिते | विधा | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कौशिकस्य | कौशिक | pos=n,g=m,c=6,n=s |