Original

कथं त्वं तस्य दुहिता संभूता वरवर्णिनी ।संशयो मे महानत्र तं मे छेत्तुमिहार्हसि ॥ १७ ॥

Segmented

कथम् त्वम् तस्य दुहिता सम्भूता वरवर्णिनी संशयो मे महान् अत्र तम् मे छेत्तुम् इह अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
कथम् कथम् pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
तस्य तद् pos=n,g=m,c=6,n=s
दुहिता दुहितृ pos=n,g=f,c=1,n=s
सम्भूता सम्भू pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वरवर्णिनी वरवर्णिनी pos=n,g=f,c=1,n=s
संशयो संशय pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
महान् महत् pos=a,g=m,c=1,n=s
अत्र अत्र pos=i
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
छेत्तुम् छिद् pos=vi
इह इह pos=i
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat