महाभारतम् — 1.59.9
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच हन्त ते कथयिष्यामि नमस्कृत्वा स्वयंभुवे सुर-आदीनाम् अहम् सम्यग् लोकानाम् प्रभव-अप्ययम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हन्त | हन्त | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कथयिष्यामि | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
नमस्कृत्वा | नमस्कृ | pos=vi |
स्वयंभुवे | स्वयम्भु | pos=n,g=m,c=4,n=s |
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
आदीनाम् | आदि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रभव | प्रभव | pos=n,comp=y |
अप्ययम् | अप्यय | pos=n,g=m,c=2,n=s |