महाभारतम् — 1.57.52
Original
Segmented
सा अप्सरा मुक्त-शापा च क्षणेन समपद्यत पुरा उक्ता या भगवता तिर्यग्योनि-गता शुभे मानुषौ जनयित्वा त्वम् शाप-मोक्षम् अवाप्स्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अप्सरा | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मुक्त | मुच् | pos=va,comp=y,f=part |
शापा | शाप | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समपद्यत | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पुरा | पुरा | pos=i |
उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भगवता | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तिर्यग्योनि | तिर्यग्योनि | pos=n,comp=y |
गता | गम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
मानुषौ | मानुष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
जनयित्वा | जनय् | pos=vi |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
मोक्षम् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |