महाभारतम् — 1.57.49
Original
Segmented
कदाचिद् अथ मत्सीम् ताम् बबन्धुः मत्स्य-जीविन् मासे च दशमे प्राप्ते तदा भरत-सत्तम उज्जह्रुः उदरात् तस्याः स्त्री-पुमांसम् च मानुषम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
अथ | अथ | pos=i |
मत्सीम् | मत्सी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
बबन्धुः | बन्ध् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
मत्स्य | मत्स्य | pos=n,comp=y |
जीविन् | जीविन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मासे | मास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
दशमे | दशम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
उज्जह्रुः | उद्धृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
उदरात् | उदर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
पुमांसम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मानुषम् | मानुष | pos=a,g=m,c=2,n=s |