Original

वसोः पत्नी तु गिरिका कामात्काले न्यवेदयत् ।ऋतुकालमनुप्राप्तं स्नाता पुंसवने शुचिः ॥ ३६ ॥

Segmented

वसोः पत्नी तु गिरिका कामात् काले न्यवेदयत् ऋतु-कालम् अनुप्राप्तम् स्नाता पुंसवने शुचिः

Analysis

Word Lemma Parse
वसोः वसु pos=n,g=m,c=6,n=s
पत्नी पत्नी pos=n,g=f,c=1,n=s
तु तु pos=i
गिरिका गिरिका pos=n,g=f,c=1,n=s
कामात् काम pos=n,g=m,c=5,n=s
काले काल pos=n,g=m,c=7,n=s
न्यवेदयत् निवेदय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
ऋतु ऋतु pos=n,comp=y
कालम् काल pos=n,g=m,c=2,n=s
अनुप्राप्तम् अनुप्राप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
स्नाता स्ना pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पुंसवने पुंसवन pos=n,g=n,c=7,n=s
शुचिः शुचि pos=a,g=f,c=1,n=s