Original

मोक्षयामास बीभत्सुर्मयं तत्र महासुरम् ।स चकार सभां दिव्यां सर्वरत्नसमाचिताम् ॥ ३८ ॥

Segmented

मोक्षयामास बीभत्सुः मयम् तत्र महा-असुरम् स चकार सभाम् दिव्याम् सर्व-रत्न-समाचिताम्

Analysis

Word Lemma Parse
मोक्षयामास मोक्षय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
बीभत्सुः बीभत्सु pos=n,g=m,c=1,n=s
मयम् मय pos=n,g=m,c=2,n=s
तत्र तत्र pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
असुरम् असुर pos=n,g=m,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
चकार कृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
दिव्याम् दिव्य pos=a,g=f,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
रत्न रत्न pos=n,comp=y
समाचिताम् समाचि pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part