महाभारतम् — 1.55.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच गुरवे प्राङ् नमस्कृत्य मनः-बुद्धि-समाधिभिः सम्पूज्य च द्विजान् सर्वान् तथा अन्यान् विदुषो जनान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गुरवे | गुरु | pos=n,g=m,c=4,n=s |
प्राङ् | प्राञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
नमस्कृत्य | नमस्कृ | pos=vi |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
समाधिभिः | समाधि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सम्पूज्य | सम्पूजय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
द्विजान् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
अन्यान् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विदुषो | विद्वस् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
जनान् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=p |