महाभारतम् — 1.50.9
Original
Segmented
ऋत्विज् समः न अस्ति लोकेषु च एव द्वैपायनेन इति विनिश्चितम् मे एतस्य शिष्या हि क्षितिम् चरन्ति सर्व-ऋत्विजः कर्मसु स्वेषु दक्षाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋत्विज् | ऋत्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
द्वैपायनेन | द्वैपायन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इति | इति | pos=i |
विनिश्चितम् | विनिश्चि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एतस्य | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शिष्या | शास् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
हि | हि | pos=i |
क्षितिम् | क्षिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
चरन्ति | चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
ऋत्विजः | ऋत्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
स्वेषु | स्व | pos=a,g=n,c=7,n=p |
दक्षाः | दक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=p |