महाभारतम् — 1.50.1
Original
Segmented
आस्तीक उवाच सोमस्य यज्ञो वरुणस्य यज्ञः प्रजापतेः यज्ञ आसीत् प्रयागे तथा यज्ञो ऽयम् तव भारत-अग्र्यैः पारिक्षित स्वस्ति नो ऽस्तु प्रियेभ्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आस्तीक | आस्तीक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सोमस्य | सोम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञो | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वरुणस्य | वरुण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रजापतेः | प्रजापति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रयागे | प्रयाग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
यज्ञो | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भारत | भारत | pos=n,comp=y |
अग्र्यैः | अग्र्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पारिक्षित | पारिक्षित | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नो | मद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
प्रियेभ्यः | प्रिय | pos=a,g=m,c=4,n=p |