महाभारतम् — 1.49.22
Original
Segmented
वासुकिः उवाच आस्तीक परिघूर्णामि हृदयम् मे विदीर्यते दिशः च न प्रजानामि ब्रह्म-दण्ड-निपीडितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुकिः | वासुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आस्तीक | आस्तीक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
परिघूर्णामि | परिघूर्ण् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
विदीर्यते | विदृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
प्रजानामि | प्रज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
दण्ड | दण्ड | pos=n,comp=y |
निपीडितः | निपीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |