Original

अहं त्वां मोक्षयिष्यामि वासुके पन्नगोत्तम ।तस्माच्छापान्महासत्त्व सत्यमेतद्ब्रवीमि ते ॥ १८ ॥

Segmented

अहम् त्वाम् मोक्षयिष्यामि वासुके पन्नग-उत्तम तस्मात् शापात् महा-सत्त्व सत्यम् एतद् ब्रवीमि ते

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
मोक्षयिष्यामि मोक्षय् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
वासुके वासुकि pos=n,g=m,c=8,n=s
पन्नग पन्नग pos=n,comp=y
उत्तम उत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s
तस्मात् तद् pos=n,g=m,c=5,n=s
शापात् शाप pos=n,g=m,c=5,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
सत्त्व सत्त्व pos=n,g=m,c=8,n=s
सत्यम् सत्य pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s