महाभारतम् — 1.49.14
Original
Segmented
जरत्कारुः उवाच एतत् श्रुत्वा तु वचनम् वासुकिः पन्नग-ईश्वरः प्रादान् माम् अमर-प्रख्य तव पित्रे महात्मने प्राग् एव अनागते काले तत्र त्वम् मयि अजायथाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वासुकिः | वासुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रादान् | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अमर | अमर | pos=n,comp=y |
प्रख्य | प्रख्या | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पित्रे | पितृ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
महात्मने | महात्मन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
प्राग् | प्राञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
अनागते | अनागत | pos=a,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
अजायथाः | जन् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |