Original

तद्वत्से ब्रूहि वत्सं स्वं कुमारं वृद्धसंमतम् ।ममाद्य त्वं सभृत्यस्य मोक्षार्थं वेदवित्तमम् ॥ २६ ॥

Segmented

तद् वत्से ब्रूहि वत्सम् स्वम् कुमारम् वृद्ध-संमतम् मे अद्य त्वम् स भृत्यस्य मोक्ष-अर्थम् वेद-वित्तमम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वत्से वत्सा pos=n,g=f,c=8,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
वत्सम् वत्स pos=n,g=m,c=2,n=s
स्वम् स्व pos=a,g=m,c=2,n=s
कुमारम् कुमार pos=n,g=m,c=2,n=s
वृद्ध वृद्ध pos=a,comp=y
संमतम् सम्मन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अद्य अद्य pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
pos=i
भृत्यस्य भृत्य pos=n,g=m,c=6,n=s
मोक्ष मोक्ष pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
वेद वेद pos=n,comp=y
वित्तमम् वित्तम pos=a,g=m,c=2,n=s