महाभारतम् — 1.47.4
Original
Segmented
अपि तत् कर्म विदितम् भवताम् येन पन्नगम् तक्षकम् संप्रदीप्ते ऽग्नौ प्राप्स्ये ऽहम् सहबान्धवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपि | अपि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पन्नगम् | पन्नग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तक्षकम् | तक्षक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संप्रदीप्ते | संप्रदीप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽग्नौ | अग्नि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्राप्स्ये | प्राप् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सहबान्धवम् | सहबान्धव | pos=a,g=m,c=2,n=s |