महाभारतम् — 1.43.8
Original
Segmented
त्यजेयम् अप्रिये हि त्वाम् कृते वासम् च ते गृहे एतद् गृहाण वचनम् मया यत् समुदीरितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्यजेयम् | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अप्रिये | अप्रिय | pos=a,g=n,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृहाण | ग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समुदीरितम् | समुदीरय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |