महाभारतम् — 1.43.30
Original
Segmented
इति उक्ता सा अनवद्याङ्गा प्रत्युवाच पतिम् तदा जरत्कारुम् जरत्कारुः चिन्ता-शोक-परायणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनवद्याङ्गा | अनवद्याङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पतिम् | पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
जरत्कारुम् | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
परायणा | परायण | pos=n,g=f,c=1,n=s |