महाभारतम् — 1.43.3
Original
Segmented
प्रतिश्रुते तु नागेन भरिष्ये भगिनीम् इति जरत्कारुः तदा वेश्म भुजगस्य जगाम ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रतिश्रुते | प्रतिश्रु | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
नागेन | नाग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भरिष्ये | भृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भगिनीम् | भगिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
वेश्म | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भुजगस्य | भुजग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |