Original

काश्यप उवाच ।धनार्थी याम्यहं तत्र तन्मे दित्स भुजंगम ।ततोऽहं विनिवर्तिष्ये गृहायोरगसत्तम ॥ १६ ॥

Segmented

काश्यप उवाच धन-अर्थी यामि अहम् तत्र तन् मे दित्स भुजंगम ततो ऽहम् विनिवर्तिष्ये गृहाय उरग-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
काश्यप काश्यप pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
धन धन pos=n,comp=y
अर्थी अर्थिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
यामि या pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
तत्र तत्र pos=i
तन् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
दित्स दित्स् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भुजंगम भुजंगम pos=n,g=m,c=8,n=s
ततो ततस् pos=i
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
विनिवर्तिष्ये विनिवृत् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
गृहाय गृह pos=n,g=m,c=4,n=s
उरग उरग pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s