महाभारतम् — 1.37.4
Original
Segmented
शृङ्गी उवाच किम् मे पित्रा कृतम् तस्य राज्ञो ऽनिष्टम् दुरात्मनः ब्रूहि त्वम् कृश तत्त्वेन पश्य मे तपसो बलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शृङ्गी | शृङ्गिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पित्रा | पितृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ऽनिष्टम् | अनिष्ट | pos=a,g=n,c=1,n=s |
दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कृश | कृश | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तपसो | तपस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |