महाभारतम् — 1.33.29
Original
Segmented
इति उक्त्वा समुदैक्षन्त वासुकिम् पन्नग-ईश्वरम् वासुकिः च अपि संचिन्त्य तान् उवाच भुजंगमान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
समुदैक्षन्त | समुदीक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
वासुकिम् | वासुकि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
ईश्वरम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वासुकिः | वासुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
संचिन्त्य | संचिन्तय् | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भुजंगमान् | भुजंगम | pos=n,g=m,c=2,n=p |