महाभारतम् — 1.32.15
Original
Segmented
वृणीष्व च वरम् मत्तः शेष यत् ते ऽभिकाङ्क्षितम् दित्सामि हि वरम् ते ऽद्य प्रीतिः मे परमा त्वयि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वृणीष्व | वृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
च | च | pos=i |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मत्तः | मद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
शेष | शेष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽभिकाङ्क्षितम् | अभिकाङ्क्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
दित्सामि | दित्स् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽद्य | अद्य | pos=i |
प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परमा | परम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |