महाभारतम् — 1.3.99
Original
Segmented
स एवम् उक्त उपाध्यायेन उपाध्यायिनीम् अपृच्छत् भवत्य् उपाध्यायेन अस्मि अनुज्ञातो गृहम् गन्तुम् तद् इच्छामि इष्टम् ते गुरु-अर्थम् उपहृत्य अनृणः गन्तुम् तद् आज्ञापयतु भवती किम् उपहरामि गुरु-अर्थम् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्त | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
उपाध्यायेन | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उपाध्यायिनीम् | उपाध्यायिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपृच्छत् | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
उपाध्यायेन | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अनुज्ञातो | अनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गन्तुम् | गम् | pos=vi |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इष्टम् | इष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपहृत्य | उपहृ | pos=vi |
अनृणः | अनृण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
गन्तुम् | गम् | pos=vi |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आज्ञापयतु | आज्ञापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
भवती | भवत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपहरामि | उपहृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |