महाभारतम् — 1.3.81
Original
Segmented
स तथा इति उक्त्वा गुरु-कुले दीर्घ-कालम् गुरु-शुश्रूषण-परः ऽवसत् गौः इव नित्यम् गुरुषु धूर्षु नियुज्यमानः शीत-उष्ण-क्षुध्-तृष्णा-दुःख-सहः सर्वत्र अप्रतिकूलः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
शुश्रूषण | शुश्रूषण | pos=n,comp=y |
परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽवसत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
गौः | गो | pos=n,g=,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
गुरुषु | गुरु | pos=n,g=m,c=7,n=p |
धूर्षु | धुर् | pos=n,g=,c=7,n=p |
नियुज्यमानः | नियुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शीत | शीत | pos=a,comp=y |
उष्ण | उष्ण | pos=a,comp=y |
क्षुध् | क्षुध् | pos=n,comp=y |
तृष्णा | तृष्णा | pos=n,comp=y |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
सहः | सह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
अप्रतिकूलः | अप्रतिकूल | pos=a,g=m,c=1,n=s |